White पल्लव की डायरी प्रतीकों के प्रति लगाव लगा बैठे बेचारा पति को बनाकर अर्घ सूरज चाँद को दे बैठे उम्र उसकी बढ़ना पत्नी के हाथ मे है मगर ताना दे देकर मलीन उसका जीवन कर बैठे सजना सँवरना था उसको रिझाने के लिये मगर बाजारों में दिखाने और लुभाने के लिये डिमांडो की फेरिस्ट रख बैठे भंग शांति घर घर की है आज इज्जत आज पति की ताक पर रख बैठे है इच्छाओं की पूर्ति जरा कम हुयी नही उदाहरण दूसरो के देकर मान सम्मान उसका धूमिल कर बैठे प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #karwachouth मान सम्मान उसका धूमिल कर बैठे