भीड़ बहुत है यहां ,पर सब वीरान सा लगता है आजकल हर कोई ,मतलबी इंसान सा लगता है कुछ इस कदर तोड़ा है ,जहां की जरूरतों ने हमें अब तो कोई मासूम भी , हमें शैतान सा लगता है गोलू स्वामी once again back after long time