शर्मांदिगी महसूस मत करो तुम प्रिय, बस गलती थी मेरी। तुमसे ज्यादा औरों पर विश्वास किया, ये गलती थी मेरी।। टूटकर चाहा तुमसे, ख़ुद से भी ज्यादा तुमसे प्यार किया, बस तुमसे इश्क़ का इजहार नहीं किया, ये गलती थी मेरी।। हर पल तेरा इन्तज़ार किया, हर लम्हा तुमको याद किया, बस तुमसे बतला नही पाई प्रियतम, ये गलती थी मेरी।। Challenge -36... #collabwithप्रेमलेखन #प्रेमलेखन #शर्मिंदगी_महसूस_मत_करो_मेरी गलती_थी_बस 👔-सभी लेखक अपनी रचना 6 लाईन में लिखे । 👔- सभी लेखक ज्यादा से ज्यादा कोलब करें । 👔- इस प्रतियोगिता का विजेता कल सुबह 9 बजे टेस्टीमोनियल के माध्यम से घोषित किया जायेगा । 👔- धन्यवाद ।। #yqbaba #yqdidi #YourQuoteAndMine