इस साल ने तो अपने ही रंग दिखाए जो कभी सपने में भी नही सोचा था , उन सभी मंजरों से रूबरू कराया वाकई में .., ये साल बहुत कठिन कटा किसी के घर को ले गया.. तो किसी के घरवालो को.. किसी के बुढ़ापे की लाठी ले गई, ये साल.., तो किसी सुहाग .. इस साल का जब भी जिक्र होता हैं, तो रूह कॉप जाती हैं..।। ©Nisha Tiwari #2021 #daravni