White सबकुछ बिखरा बिखरा सा है। पहले जैसी बात नही है। सूरज अपना तारे अपने। पर वो अपने साथ नही है। सबकुछ बिखरा बिखरा सा है। पहले जैसी बात नही है। इस कस्ती से उसपर जाना। अब बिल्कुल आसान नहीं है। सांसे चलती है चलने दो। मुझमें बिल्कुल जान नही है। जिसके लिए मैं सबकुछ था। अब उससे पहचान नहीं है। टूट गया हूं मैं टहनी से। उसका मेरा साथ नही है। सबकुछ बिखरा बिखरा सा है। पहले जैसी बात नही है। सूरज अपना तारे अपने। पर वो अपने साथ नही है। #good_night_images Swati sharma #शून्य राणा