#कमाई अब कमा रही हूं मै नहीं, रूपये या दौलत नहीं सबसे प्यार कमा रही हूं मै इज़्ज़त और जगह अपने लिए दिलों में सबके बना रही हूं मै कमा रही हूं मै।।। तुमसे उम्मीद लगाईथी मैंने इसीलिए तो तुमसे शादी की थी मैंने पर तुमने न ही प्यार दिया और न मेरी इज़्ज़त की अब वो इज़्ज़त लोगों की नज़रों मे देख रही हूं मै इज़्ज़त कमा रही हूं मै शादी दो लोगो की होती ख़ुशी का हो या हो फिर दुख का बराबरी का हक़ वो देती कभी मुझे वो मिला नहीं ना हक़ ही परिवार नही ज़िन्दगी से खुश होने का हक़ जता रही हूं मै हँसी कमा रही हूं मै हर वक़्त के घर के लड़ाई झगड़े जो न मुझको भाते थे कितना भी तुमसे प्यार से बोलो गुस्से से लतड़ाते थे कोई मन में बात अगर हो किस से जाकर बोलू मैं इसीलिए उन्हें शब्दों में पिरो रही हूं मै अपने लिए लोगों के दिल में जगह बना रही हूं मै हाँ, अब लगता है, जीने के लिए कुछ कमा रही हूं मै।।। -Anshh कमाई