वक्त की नजाकत से आखिर कौन बचपाया है। तुम तो इसांन हो फिर भी, इसने तो भगवान को भी रूलाया है॥ फिर क्यों करते हो कल की चिंता। ये वक्त ही तो है, जो सबके लिये एक दिन खुशियां लाया है ॥ ©Prachi Tyagi #happynewyear