सर्वोदयी वाणी किसी एक वक्ता को मुख्य मानना, उन्हीं को सुनना, अन्य को ना सुनना और अन्य को सुनना तो गौणपने से सुनना इत्यादि एकांत मिथ्यात्व भाव है। - भावदीपिका सर्वोदय #reading