अक्सर महफिल में जाकर थोड़ा मुस्कुरा लेती हूं और अपने गम यु छुपा लेती हूं कोई मुझे कमजोर ना समझे इसलिए अपनी मुस्कान से अपने हाल-चाल बता देती हूं फिर अकेले में आकर अपने आंसू बहा लेती हूं अपनी कमजोरी को मुस्कुराहट से यू छुपा लेती हूं मुस्कुराहट से अपने गम छुपा लेती हूं