भटकता हूं मैं जब मेरी किस्मत सोती है, महफिल में तो हस्ती है और अकेले में रोती है, उदास होता हूं तो खुद को समझ लेता हूं, खुश रहने की कोई दवा नहीं होती है। ©Pradeep Kumar my YouTube channel #iamwriter861 please subscribe 🙏🙏🙏