तू नन्ही सी जान है मेरी, कमल सी मुस्कान है तेरी। तुझे लगाती हूं कल्ब से जब , भूल जाती हूं दुनिया सारी। तेरा हर स्पर्श देता सुकून मुझे, हर- दिन हर- रात हर -पहर। तेरे बिन नहीं कोई वजूद मेरा, तू नहीं तो अस्तित्व न मेरा। तू नन्ही सी जान है मेरी