हर मोड़ पर नज़र आ जाती हो तुम... ये तुम हो या बारिशों का असर.... तुम्हें ढूंढता हूं पागलों की तरह.... ये दर्द है या तेरी ख्वाहिशों का असर.... अल्फ़ाज़#शायरी#