// शांति न मिल पाई // जाने कब दूर होगी मेरी ज़िंदगी से ये तन्हाई, जाने कब बजेगी जीवन में ख़ुशियों की शहनाई। इंतज़ार करते-करते थक गया हूँ मैं अब, न छटे उदासी के बादल ना अब तक रोशनी आई। अब तो साया भी साथ छोड़ गया है मेरा,