सत्य को ईश्वर होने का ईश्वर को सत्य होने का विश्वास है मेरा विश्वास इन दोनों के परे शून्य पर है तुम्हारा विश्वास मुझ पर है विश्वास की परिणीति प्रेम !— % & तुम्हारा प्रेम मुझसे ? वो तुम जो न तो भूतकाल में थे वो तुम जो वर्तमान में तो हो परन्तु भविष्य में नहीं रहोगे प्रेम का होना एक विश्वास है? या मृग मरीचिका? प्रश्न तो कदाचित उत्तरहीन है