अतीत की सुरंग से:- जब-जब जिंदगी की ट्रेन गुजरती है, छुक छुक कर यादों के स्टेशन पर रुकती है,। कैसे सुहाने थे वो दिन, सोच कर विस्मित हो जाता हूँ। फिर खुद को पुराने दिनों में पाता हूँ, काश! कोई रुकने का बटन होता, रोक देता समय के घूमते पहियों को, फिर माँ की गोद मे लौट जाता, दोस्तों संग खेल के मैदान पर जाता, फिर गलतियों पर तुरंत माफ़ी मिल जाती, खुशियां ख़ुद दौड़ कर पास आती, जिंदगी जीने का अंदाज़ बदल जाता, अगर ऐसा कुछ कभी हो पाता। बारंबार गुज़रना होता है अतीत की सुरंग से। #सुरंग #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #hkkhindipoetry #yqpoetry अतीत की सुरंग से:- जब-जब जिंदगी की ट्रेन गुजरती है, छुक छुक कर यादों के स्टेशन पर रुकती है,।