पीड़ा बेलन वाली (लय : तुम पास आये, यूँ मुस्कुराये) -------------------- वो रसोई आई बेलन उठाई। और गदा के जैसे मुझपे चलाई। अब तो मेरा सिर सूजन को ढोता है। क्या बताऊँ हाय दर्द ख़ूब होता है।। ✍️अवधेश कनौजि ©Avdhesh Kanojia #हास्य #हास्यकविता #हास्य_कविता #पति_पत्नी #बेलन #हिंदीकविता #हिंदीसाहित्य प्रस्तुत है हास्य 🏅पदक अवधेश के साथ (लय : तुम पास आये, यूँ मुस्कुराये)