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जब: कभी मैं गिरा/संभला, यह जिन्दगी का सार है । जी

जब:  कभी मैं गिरा/संभला,
यह जिन्दगी का सार है ।
जीत और हार तो 
बस खेल के उपहार है ।



 मैं:कहूँ, यह बीता कल ही
भविष्य का मेरा गुरू है
ये ही पिछली गलतियाँ मेरी
प्रगति का का आधार है

©Pushpendra Pankaj
  #MemeBanao प्रगति का आधार

#MemeBanao प्रगति का आधार #कविता

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