सूरज की पहली किरण से आशा का सबेरा जागे चंदा की किरण से घुलकर घनघोर अँधेरा भागे सपनो मे पली हँसती हो कली जहाँ शाम सुहानी ढले जहाँ गम भी न हो आंसू भी न हो बस प्यार ही प्यार पले एक ऐसे गगन के तले दिन गुज़रता है इस तरह #दिनगुज़रताहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi