Nojoto: Largest Storytelling Platform

जय हो भारत माता की गाथा, ऊँचा गर्व से मस्तक हो जात

जय हो भारत माता की गाथा,
ऊँचा गर्व से मस्तक हो जाता..!
वीर बहादुर सेवा को आतुर,
जन जन अपना कर्त्तव्य निभाता..!
मान यही है शान यही है,
भारतवासी की जान यही है..!
पहचान हमारी सभी पे भारी,
वासुदेव कुटुम्बकम यूँ ही नहीं कहलाता..!
विश्व गुरु है भारत अपना,
इसे सदा ऊँचा ही रखना..!
नभ तक नक्काशी भारत के नक़्शे की हो,
ऊचाईयों पर पहुँचाना इसे हमारा सपना..!
जपना भारत माता की जय,
गौरवान्वित सभी का हृदय कर जाता..!
बहती नदिया यहाँ बीते सदियाँ,
विश्व स्तर पर महानायक भारत माता..!
लहू से सींचा लाखों जवान ने,
तब जाकर सौहाद्र की गंगा बहाता..!
ख़ुशी वतन की पहले बाद में रखता ख़ुद को जो भी,
सौऱभ अपने नाम से जग में देश को दिग्गज़ दिखाता..!
देश से बढ़कर न दूजा कोई सानी,
हर भारतवासी के लहू में देशभक्ति की रवानी..!
प्रगति की गति से संसार में परचम लहराता,
भारत माता की जय स्वर्णिम अक्षरों में लिखाता..!

©SHIVA KANT(Shayar)
  #IndependenceDay #bharatmatakijai