शुक्रगुज़ार हूं मै तेरी हर पल तेरा रूबरू करती हूं क्या अपने क्या गैर हर एक की दुआ तुझ तक मेरे नमन से पहुंचाती हूँ।। हम इंसानों के भगवान जी से शिकवे शिकायतें तो सदियों के हैं। और हों भी क्यों न। कहने को हमें आज़ादी है मगर आज़ादी भी कैसी आग, हवा, पानी जब चाहें हमें डराते रहते हैं। आज भगवान जी के नाम एक पोस्टकार्ड भेजें।