फिर इस रात की सुबह होगी, फिर सूरज की किरने शबाब पर होंगी, कितना ही खींच लो मुझे तुम उस अंधेरे में, जलते हुए शोलों की तरह फिर लौट कर आऊंगी मैं। #spiritofliving #noontime #myownmusings