Caption सुनो प्रिय, जब सूख रहे होंगे दोस्ती के सारे दरिया और खो रही होगी दुनिया की उम्मीद निःस्वार्थ यारी पर..उसदिन ईश्वर ने उतारा होगा हम दोनों को उस दरिया के अंदर उसे बचाने के लिए... और वो दरिया अचानक अपने अस्तित्व को बचता देख झूम कर चल पड़ा होगा संसार के समंदर से मिलने..पर उस समंदर में तुम्हें अकेले खोने नहीं दूँगी..मैं डूबूँगी भी तुम्हारे संग और हर दफ़ा साहिल पे ही मैं साथ उतरूंगी...तुम भले समंदर बनो या मिल जाओ दुनिया के रंग में.. मैं अपनी यारी का दरिया बचाये रखूँगी ताकी बना रहे दुनिया का विश्वास तुमपे..।🌸🌸 . .