#अस्तनपान-पे-लोग-क्या-क्या-बोल-रहे-है ।। ये कैसी सोच ।।
- तुम ब्रेस्ट-फीड (स्तनपान) करवाती हो, देखो इससे तुम्हारा फ़िगर ख़राब हो जायेगा!
- हम ब्रेस्ट-फीड नहीं करवाते, फॉर्मूला पिलाते हैं। अब वर्किंग हूँ तो ऑफिस में रह कर ये सब नहीं करवा सकती!
एक वो भी दौर था जब स्तनपान करवाना आपके पिछड़ेपन का सूचक माना जाता था। आप गाँव से हैं और घर बैठी हुई हैं इसलिए ये करवा रही है। साथ ही साथ आप अपने वक्षों को भी बर्बाद कर रही हैं। जी बिलकुल ये उसी दौर का स्टेटमेंट है और उन्हीं महिलाओं द्वारा दिया गया है जो आज #FreeBreastFeed का झंडा ले कर नाच रही हैं।
स्तनपान करवाना कभी से भी हमारे समाज में वर्ज़ित नहीं माना गया है। ख़ास कर गाँव-कस्बों में मैंने देखा है मांओं को बेझिझक खेत-खलिहान में, सफर के दौरान पब्लिक ट्रांसपोर्ट में दूध पिलाते अपने बच्चों को। साथ में ये भी देखा है कि कोई उन्हें घूर भी नहीं रहा होता है। ये सामान्य बात है हमारे गांव-शहर के लिए। #Books#Raj#BeingLogical