मस्जिद हो या मैखाना दोनों जानिब गया नहीं. आग लगी हो तन मे जो शोला हु पर हवा नहीं. अपनी मुहब्बत के खातिर मै किसी से लड़ा नहीं. 'सैय्यद' अब तुम फिर लिख दो कम लिखने मे मज़ा नहीं. बोहत बोहत शुक्रिया #yourquotedidi #ख़त #yqsayyed #abid_hussain #yqdidi #yqbesthindiquotes Collaborating with YourQuote Didi