कुछ करना है तो सर - ए - बज़्म में किया जाए अकेले में तल्ख़ी-ए-दौराँ बयान करना जायज नहीं! सर - ए - बज़्म = भरी महफ़िल में तल्ख़ी-ए-दौराँ = Bitterness of time वक्त की कड़वाहट #kumaarsthought #yqdidi #yqhindi #yqhindishayari #yqurdu #yqquotes #समय