आगे बढ़ने की होड़ में ज़िंदगी ही पीछे छूट गईं। नकली खुशियों के वास्ते असली खुशियाँ रुठ गईं। ईंट पत्थरों से रिश्ते बुलंद हुए दिल की इमारत टूट गई। बी डी शर्मा चण्डीगढ़ सुप्रभात। ज़िन्दगी की दौड़ में बने रहने के लिए रफ़्तार नहीं, निरन्तरता की ज़रूरत होती है। #ज़िन्दगीकीदौड़ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi