जी करता है मेरा भी , उन्मुक्त उड़ान को भर जाउँ, चूम लूँ नीले आसमान को , दूर तलक मैं सैर लगाऊं ।। कौओं की चौपाल लगाऊं , कोयलों संग मीठे गीत गुनगुनाऊँ , डाल डाल बंदरिया सताए , फुर्र फुर्र मैं उड़ता जाउँ । स्वछन्द उड़ानों का मैं प्यासा , आसमान में उड़ता जाउँ , चूमूँ नित्य नयी ऊँचाईयां, बुलंदियों तक उड़ता जाउँ । धरती से लेकर अम्बर तक अपने पंख फैलाते जाऊँ, जैसे "चंदन"चमके मस्तक पर , सितारा बन मैं भी टिमटिमाऊँ।। --✍️चन्दन #NojotoQuote