वृंदावन के कुंज गली में खेले होली कृष्ण कन्हैया । राधा राधा कहकर पुकारे बोले मिश्री सी मीठी बतिया । बोले आजा राधा मोरि तोहें रंग लगाऊं मैं । प्रेम रंग में तुमको रंग दूं आजा रास रचाऊं मैं । मोहे ना तडपा मोरी राधा मोरी बंसी तुम्हें पुकारे रे । राधा राधा राधा कहकर हर बार तेरा नाम ऊंचारे रे । आजा राधा तोरे बिन अब तो रहा ना जाएं रे । अब ना तनिक भी देरी कर तू आजा तोहें रंग लगाऊं मैं ।। ©Anit kumar #holi2021#ब्रज_की_होली #हैप्पी_होली_ऑल_नोजोटो_फैमिली