उड़ी पतंग तेरी, और कटी परवाज़ पतंग मेरी, हाय ! इश्क़ में कैसी दो दिलों में ये ज़ंग छिड़ी ! "" कि मिलते नहीं हैं जो किस्मतों से ज़मीनों में मिलते हैं वे फिर फरिश्तों से चाहतों के आसमानों में "" !"💚 मकर सक्रांति की आप सभी जन को व आपके समस्त परिवार को ढेरों शुभकामनाएं 💚"! #alpanas,,, 💚""