इस जहान में हों ना कोई ऐसा जो सुख से ना रह पाए, हो ना कोई ऐसा जो भूखा सो जाएं। मुझे इस जहांन की एक नई पहचान बनना है, मुझे स्वार्थ की भावना से ऊपर उठकर जन की मुस्कान बनना है। बैर-भावना- कपट -ईष्या हो ना मन में किसी के आए फिर से रामराज बस इसी प्रयास में लग जाना है । #57Apnirah , 6 line , 12:10Pm to 4pm Topic- "स्वार्थ की भावना से ऊपर उठकर जन की मुस्कान बनना है" Read caption नमस्कार साथियों आप सभी का आज की 6 पंक्तियों में होने वाली टेलीग्राम प्रतियोगिता में स्वागत है (Link in bio)