तब उलझा था तेरी बातो में तेरे आंसुओं पर गौर ना किया आज उलझा हूँ तेरी यादों में और खुद को ही भूल गया तब उलझा था तेरी बातो में तेरे आंसुओं पर गौर ना किया आज उलझा हूँ तेरी यादों में और खुद को ही भूल गया