"कभी कभी हम चाहते कुछ हैं करते कुछ हैं मजबूरियों के आगे अपने सपने या यूं कहें जीना छोड़ देते हैं, किसने बनाई ये रस्में जहाँ इन्सान की खुशी से ज्यादा लोग समाज की परवाह करते हैं"!!!! Drx ©Vivek Parmar #जीवन के निचोड़ #brothersday