जब लकड़हारे की कुल्हाड़ी नदी में गिर गई तो लकड़हारा चिल्लाने लगा। उसके बाद जल देवता नदी से बाहर आए और बोले क्या हुआ?लकड़हारे ने कहा, मेरी कुल्हाड़ी नदी में गिर गई है तब नदी देवता जल के अंदर गए और सोने की कुल्हाड़ी ले आए और पूछा यह तुम्हारी है तो उसने मना कर दिया। दोबारा गए तब चांदी की ले आए। फिर भी मना कर दिया। तीसरी बार सिल्वर की ले आए। फिर भी मना कर दिया। चौथी बार लोहे की लेकर आए फिर भी मना कर दिया उसके बाद तीनों चारों कुल्हाड़ी लेकर उसके सिर में मार दी और लकड़हारा प्राण छोड़ गया। ना करने की भी हद होती है। लकड़हारे ने तो हद कर दी। आप ऐसी गलती दोबारा मत दोहराना एक बार में ही सोने की कुल्हाड़ी घर ले आना। ©Mohit Maurya@98 for joy #PrideMonth