श्याम मेरे क्या-क्या रास रचाया कृष्ण मेरे क्या-क्या लीला रचाया मां देवकी की कोख से जन्म लेकर यशोदा का लाल कहलाया प्रेम परीक्षा ले गोपियन का प्रेम का पाठ पढ़ाया मां जब जब गुस्सा हुई तो कान्हा यू तूने मां को मनाया भरी सभा में दुर्योधन ने जब द्रोपती का अपमान किया प्रकट हुआ तब तू कहना और बहन द्रौपती का लाज बचाया श्याम मेरी क्या-क्या रास रचाया कृष्ण मेरे क्या-क्या लीला रचाया निवस्त्र हो गोपियां यमुना में स्नान की तो कृष्ण उनका वस्त्र चुरा कर उन्हें ज्ञान का पाठ पढ़ाया गोपियों की मटकी फोड़ चुराकर तूने मां माखन खाया श्याम तूने क्या-क्या रास रचाया कृष्ण तूने क्या-क्या लीला रचाया कृष्ण तूने गोवर्धन उठाकर देवराज इंद्र का अहंकार भी नष्ट कराया गोकुल में तू बड़ा हुआ मथुरा में मामा कंस का वध कर सौराष्ट्र मैं द्वारका नगरी का निर्माण कराया महाभारत में अर्जुन का सारथी बन भागवत गीता का ज्ञान कराया श्याम मेरे क्या-क्या रास रचाया कृष्ण मेरेक्या किया लीला रचाया happ shree krishna janmashtmi श्याम मेरेक्या-क्या रास रचाया कृष्ण मेरे क्या-क्या लीला रचाया मां देवकी की कोख से जन्म लेकर यशोदा का लाल कहलाया प्रेम परीक्षा ले गोपियन का प्रेम का पाठ पढ़ाया मां जब जब गुस्सा हुई तो कान्हा