तेरे नशीले शब्द प्यार के व्यसनी बनाया तेरी अदा का न उतरी है तब से अब तक तेरी वो खुमारी रे तुमसे जो दो शब्द हुए थे ओ गोरी वो प्यारी रे। #drgkpoetry