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गणनाओं को सरल करने के लिए आधुनिक विज्ञान ने खूब सह

गणनाओं को सरल करने के लिए
आधुनिक विज्ञान ने
खूब सहारा दिया है
0-1 मैं ही सारा गणित समाहित है !
प्राण (असु )-
त्रुटि
रेणु
लव
लेशक
पल
घटी
दिन 
क्रमशः समय के सूक्ष्म रूप हैं
इनमें से हम कभी कभी
महबूब की बिरह में "पलभर" दूर भी रहना बर्दाश्त नहीं करना चाहते !
बोलो है ना ! जब मैंने सोचा कि ये पल भर वाला समय कितना होता होगा ?
सेकेण्ड से सूक्ष्म कुछ है तो वो क्या है ?
पलकों का सामान्य झपकना भी तो समय का एक अंश है।
यह कितना होता है ?
विज्ञान ने बहुत कुछ बतादिया है ।
स्वास्थ् व्यक्ति की स्वांस लेने में लगा वक्त कितना होता है ?
ऐसे ऐसे अनेक प्रश्न उभरे जबाब पता नहीं कब मिल पाए आप लोगों में से किसी को जानकारी हो तो बताएं !😊
स्वागत है ।
गणनाओं को सरल करने के लिए
आधुनिक विज्ञान ने
खूब सहारा दिया है
0-1 मैं ही सारा गणित समाहित है !
प्राण (असु )-
त्रुटि
रेणु
लव
लेशक
पल
घटी
दिन 
क्रमशः समय के सूक्ष्म रूप हैं
इनमें से हम कभी कभी
महबूब की बिरह में "पलभर" दूर भी रहना बर्दाश्त नहीं करना चाहते !
बोलो है ना ! जब मैंने सोचा कि ये पल भर वाला समय कितना होता होगा ?
सेकेण्ड से सूक्ष्म कुछ है तो वो क्या है ?
पलकों का सामान्य झपकना भी तो समय का एक अंश है।
यह कितना होता है ?
विज्ञान ने बहुत कुछ बतादिया है ।
स्वास्थ् व्यक्ति की स्वांस लेने में लगा वक्त कितना होता है ?
ऐसे ऐसे अनेक प्रश्न उभरे जबाब पता नहीं कब मिल पाए आप लोगों में से किसी को जानकारी हो तो बताएं !😊
स्वागत है ।