हर शख्स जहाँ बदनाम नज़र आता है, मुहब्बत की इन गलियों में, उस गली से गुजरना अब तो आम हो गया। मेरी हिम्मत और तुम्हारे हौसले ने जो, हमारे इश्क़ को अल्फ़ाज़ दिए, उन्हीं गलियों में साथी अब तो हमारा नाम हो गया... # हमारा नाम हो गया..