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Tum se ek shikayat hai कहा कलम ने " खामखाँ स्याही

Tum se ek shikayat hai कहा कलम ने " खामखाँ स्याही बर्बाद करता मेरी,
दीदार किया मैंने उसका, अख़्श आँखों में देख तेरी,
नहीं बयाँ कर सकता मैं भी उसे, सुन्न पड़ी चेतना मेरी,
खुबसुरती-ए-नज़ाकत बयाँ कर पाए तू, नहीं इतनी अभी हुनर तेरी।

(full poem im caption) #NojotoQuote मुख़्तसर सी मुलाकात
खोया बैठा था मैं ख्वाबों ख्यालों में,
मुख़्तसर-सी भी मुलाकात न कर पाने की मलालों में,
जाने कैसा डर था, कैसी झिझक थी,
ज़ाम-ए-लफ्ज़ नहीं डाले जो बीते वक्त के प्यालों में।
उठाई कलम की लिखुँ कुछ खोकर उसके गली-ए-ज़मालों में,
पर तुरंत ही घिर आया मैं अय्यार कलाम के सवालों में।
Tum se ek shikayat hai कहा कलम ने " खामखाँ स्याही बर्बाद करता मेरी,
दीदार किया मैंने उसका, अख़्श आँखों में देख तेरी,
नहीं बयाँ कर सकता मैं भी उसे, सुन्न पड़ी चेतना मेरी,
खुबसुरती-ए-नज़ाकत बयाँ कर पाए तू, नहीं इतनी अभी हुनर तेरी।

(full poem im caption) #NojotoQuote मुख़्तसर सी मुलाकात
खोया बैठा था मैं ख्वाबों ख्यालों में,
मुख़्तसर-सी भी मुलाकात न कर पाने की मलालों में,
जाने कैसा डर था, कैसी झिझक थी,
ज़ाम-ए-लफ्ज़ नहीं डाले जो बीते वक्त के प्यालों में।
उठाई कलम की लिखुँ कुछ खोकर उसके गली-ए-ज़मालों में,
पर तुरंत ही घिर आया मैं अय्यार कलाम के सवालों में।
divyanshukumar3689

Divyanshu

New Creator

मुख़्तसर सी मुलाकात खोया बैठा था मैं ख्वाबों ख्यालों में, मुख़्तसर-सी भी मुलाकात न कर पाने की मलालों में, जाने कैसा डर था, कैसी झिझक थी, ज़ाम-ए-लफ्ज़ नहीं डाले जो बीते वक्त के प्यालों में। उठाई कलम की लिखुँ कुछ खोकर उसके गली-ए-ज़मालों में, पर तुरंत ही घिर आया मैं अय्यार कलाम के सवालों में। #Poetry #Hindi #heartbroken #nojotohindi #urdu #NojotoPhotos #NojotoMumbai4