तवज्जह तो तवज्जह, तरजीह न दे, कर तेरा रवैया किसी को निरीह न दे। न नाम लो प्रतिद्वंद्वी का, कहां से सीखा तरीका, गजब कि गंवा वो नाम - मसीह न दे। ©BANDHETIYA OFFICIAL #प्रतिद्वंद्वी तुम भी हो। #Connections