मेरे दिल के बातें को, और कितने दिन छिपा के रखूंगी , बस हो गई बहुत और नहीं छुपा सकती तुम जो भी सोचो तुम जो भी फौसला करो चाहे जो भी हो , पर मैं मेरे सारे जज़्बात को तुम्हारे सामने रखूंगी । - संध्या की मन की मन कोना कब तक सहेंगे ग़म हम सहेंगे... #कहनेदो #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi