जिस रात दिल्ली में जश्न था, उस रात मे पंजाब कट गया। कहते हैं आजादी मिली थी मुल्क को, पर मुल्क तो हिस्सों में बंट गया।। खींच कर लकीर एक खाई सी खुद गई, देखते ही देखते आवाम मजहबों में छंट गया। जो करते थे बातें आजाद हिन्दुस्तान की, उन जुबानों पर भी भारत पाक रट गया। सतलुज चेनाब सिंध में फिर बहीं खून की धारा यूं, मानो के पंजाब में कोई खूनी बादल फट गया। बंटवारे की इस बर्बादी की सियासत ही तो जिम्मेदार थी। कुछ भूखे भेड़ियों को बस सत्ता की दरकार थी। #बंटवारा #सियासत #आजादी #partition #hindiwriters #yqdidi