हमारी कोशिश वहां तक होती, जहाँ से लोग हार मान जाते, हम तो सूरज को भी जगा दे नीदों की रोशनी से, बस लोग हमें समझ नही पाते ©kumarrohit मेरी डायरी शायरी#शायरी #Morning