दुनिया ने सोचा टूट के बिखर जाऊंगा पर, इतना भी कमजोर धागा नहीं हूं मैं, लोग बीच मैदान छोड़ चले गए पर मैं अभी भी जीवन की संघर्ष से डट कर लड़ रहा हूं, मैदान छोड़ भागा नही हूं मैं। आज न कल मेरा भी वक्त बदलेगा मैं भी खुशियों का हकदार होऊंगा तब तुम्हे बताऊंगा इतना भी अभागा नहीं हूं मैं। ©RAHUL PASWAN #Rahulpaswankolkata #mycreation