Nojoto: Largest Storytelling Platform

आज फिर नींद को आँखों से बिछड़ते देखा आज फिर बचपन को

आज फिर नींद को आँखों से बिछड़ते देखा आज फिर बचपन को  सामने खेलते देखा वो मीठी के खिलौने 
ओर पक्की यारी देखा 
आज फिर नींद को आखो से बिछडते देखा #childhood #friendship
आज फिर नींद को आँखों से बिछड़ते देखा आज फिर बचपन को  सामने खेलते देखा वो मीठी के खिलौने 
ओर पक्की यारी देखा 
आज फिर नींद को आखो से बिछडते देखा #childhood #friendship