बस कर प्रभु की अब सहनशक्ति नहीं रहीं...कठपुतली सी जिंदगी अब बस की नहीं रही...वैराग्य के सागर में डुबो दे मुझे की मेरे लिए किसी के मन में दया नहीं रही....थक गया मैं अब धूप में...मेरे लिये कहीं छाया नहीं रही...अपने चरणों में जगह दे मुझे कि मेरे लिये कहीं जगह ना रहीं...Lawyer Bhati मेरे लिये कहीं जगह ना रही #Nojoto