जब से तुझसे दूर हुआ हूँ माँ हालातों से मजबूर हुआ हूँ माँ घर पे जब मुझे खाना अच्छा नही लगता था । तो तू दूसरा बना देती है। चाहे कितना भी परेशान रहूं सारे दिन रात को तू अपने अंचल में लेके मुझे मेरी सारी परेशानी मिटा देती थी। पर अब यंहा कोई डांटने नही आता है। की तू खाना क्यों नही खाता है। की तू बिना खाना खाये क्यों सो जाता है। इस नौकरी की दौड़ मे तेरी कमी सी लगती है माँ। जब भी तेरी याद आती है तो आँखो मे नमी सी लगती है माँ। #maa#mother #luv u maa#miss u maa