परिंदा हूं उजाड़ोगे , मिटाओगे खुदा जाने मगर दिल नही सय्याद का आजाद करने को इरफान" किसी गैर से ही क्या तलब करें मेरे मस्कन का मुखबिर है मुझे बर्बाद करने को ©Irfan Saeed परिंदा हूं उजाड़ोगे , मिटाओगे खुदा जाने मगर दिल नही सय्याद का आजाद करने को इरफान" किसी गैर से ही क्या तलब करें मेरे मस्कन का मुखबिर है मुझे बर्बाद करने को #Shayari #gazal #viral