#OpenPoetry महकते हुए पल ____________ आजा बैठकर गुफ़्तगू करते हैं चल कुछ महकते हुए से पल create करें, अगर किसी बात को लेकर तेरा दिमाग खराब है तो कोई बात नहीं, तू फिर भी आजा चल हम किसी विषय पर debate करें, वैसे रहने ही देते हैं बहसबाजी को हम तू कुछ और बता जिस बात से हम दोनों ही relate करें, चल कुछ दुनियादारी की बातें भी कर लेते हैं कुछ ज्ञान की खबरों से एक दूसरे को update करें, अब तो भूख भी लग आई है खाना मंगवाया है मैने बाहर से तब तक चल बैठकर wait करे, कुछ गुफ़्तगू करते हैं आराम से बैठ कर और हंसते खेलते कुछ महकते हुए पल create करें। ©SanjuDeswal #OpenPoetry