वो उसको कसमें खिलवा रही है बहुत और कमाल तो देखो वो उसकी जूठी कसमों को सच्चा मान भी रही है बहुत यकीन करे या छोड़ दे उसका साथ अपने ही हमसफर के हाथ धोखा खा रही है बहुत अपने दिल को जूठा दिलासा दिला भी रहीं है बहुत उसके सामने बैठ के हस रही है मगर अकेले में आंसू बहा रही है बहुत वो सच जानते हुए भी खुदको ही पागल बना रही है बहुत हैरत तो देखो....समझदारी से चलने वाली ...नासमझी में मारी जा रही है बहुत अपने ही हमसफर के हाथो खूब धोखा खा रही है बहुत ©Nikhat (Nian) #unhappy_relations