कभी अर्श पर कभी फर्श पर,, कभी इनके दर कभी उनके दर.. कभी दर-ब-दर.. ग़म ए आशकी तेरा शुक्रिया,, मैं कहा कहा से गुज़र गया..!! #sufi #poetry #poem #shayari #urdu #quotes #tariq_jameel